Tata Capital IPO — क्या है?
Tata Capital भारत में Tata समूह की एक प्रमुख वित्तीय सेवा (financial services) कंपनी है, जो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) की श्रेणी में आती है।
Tata Capital IPO 6 अक्टूबर 2025 से खुलेगा, ₹310–₹326 प्राइस बैंड में निवेश का मौका। पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें।
इस IPO (नए शेयर जारी करना + ऑफर फॉर सेल) के ज़रिए कंपनी सार्वजनिक हो जाएगी।
IPO में दो भाग होंगे:
1. Fresh Issue — नए शेयर जारी करना, जिससे कंपनी को धन (कैपिटल) मिलेगा।
2. Offer for Sale (OFS) — मौजूदा शेयरधारक (जैसे Tata Sons, IFC आदि) अपना हिस्सा बेचेंगे।
मुख्य तिथियाँ (Timeline) और कार्यक्रम
नीचे IPO की मुख्य तिथियाँ और कार्यक्रम दिए हैं:
घटना तिथि / अवधि
Anchor Investors के लिए बिड (Anchor Bidding): 3 अक्टूबर 2025
सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन खुलने की तिथि (Retail / Public): 6 अक्टूबर 2025
सब्सक्रिप्शन बंद होने की तिथि: 8 अक्टूबर 2025
अलॉटमेंट निर्धारण (Allotment Finalisation): 9 अक्टूबर 2025
रिफंड की शुरुआत (Refunds Initiation): 10 अक्टूबर 2025
शेयरों का डिमैट (Shares credited to Demat): 10 अक्टूबर 2025
सूचीबद्ध (Listing): 13 अक्टूबर 2025
ध्यान दें: ये तिथियाँ संभावित (tentative) हैं — अंतिम तिथियाँ SEBI / कंपनी द्वारा पुष्टि पर निर्भर होंगी।
मूल्य (Price Band), मात्रा (Lot Size) और निवेश राशि
रेट (Price Band): ₹310 से ₹326 प्रति शेयर
Face Value: ₹10 प्रति शेयर
Lot Size (न्यूनतम शेयरों की संख्या per bid): 46 शेयर
न्यूनतम निवेश: ₹14,260 (जब आप ₹310 × 46 शेयर लगाएं)
IPO का कुल आकार / Issue Size: लगभग ₹15,511 करोड़ (₹15,511.87 Cr)
Fresh Issue और OFS का विभाजन:
Fresh Issue: लगभग ₹6,846 करोड़
OFS (Offer for Sale): लगभग ₹8,665.87 करोड़
कंपनी का मूल्यांकन (Valuation) और अन्य विवरण
इस IPO के आधार पर, कंपनी का अनुमानित valuation ₹1,31,591 करोड़ से ₹1,38,383 करोड़ के बीच हो सकता है (depending on price band)
यह Tata समूह का अब तक का सबसे बड़ा IPO है और यह 2025 में NBFC क्षेत्र का सबसे बड़ा IPO माना जा रहा है।
कंपनी IPO के ज़रिए जुटाए गए फंड का उपयोग अपनी Tier-1 पूँजी बढ़ाने और आगे उधार देने (lending) हेतु किया जाएगी।
कंपनी का अधिग्रहण, विस्तार, या अन्य व्यावसायिक विकास योजनाएँ इस फंड से संभव हो सकती हैं।
जोखिम एवं सावधानियाँ
किसी भी IPO में निवेश करने से पहले नीचे दिए गए जोखिमों को ध्यान में लेना चाहिए:
1. उच्च मूल्य पर दबाव: IPO का दाम अक्सर अनलिस्टेड बाजार (unlisted market) की कीमतों से नीचे रखा जाता है। Tata Capital के लिए, unlisted कीमत लगभग ₹735 थी, लेकिन IPO का मूल्य ₹310–₹326 के बीच रखा गया है (लगभग 56% की छूट)
2. क्रेडिट जोखिम: वित्तीय कंपनियों में ग्राहकों के ऋण चुकाने की क्षमता जोखिम होती है। यदि कर्ज नहीं लौटे तो नुकसान हो सकता है।
3. प्रतिस्पर्धा: वित्तीय सेवा क्षेत्र में बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है — अन्य बैंक, NBFCs और फिनटेक कंपनियों से।
4. वित्तीय बंदिश / विनियामक चुनौतियाँ: RBI तथा SEBI की नीतियों, पूँजी आवश्यकता (capital requirements), अनुपालन आदि की बाधाएँ हो सकती हैं।
5. IPO के बाद शेयर का प्रदर्शन: IPO के तुरंत बाद शेयर नीचे या ऊपर जा सकते हैं — निवेश को लम्बे समय तक रखने की योजना होनी चाहिए।
6. Grey Market Premium (GMP) व पारंपरिक बाजार की स्थिति: IPO खोलने से पहले ग्रे मार्केट में शेयरों का भाव (GMP) बदल सकता है — जो संकेत देता है कि मांग ज्यादा है या नहीं।
Dhan प्लेटफ़ॉर्म पर IPO कैसे देखें और आवेदन करें
आपने सही कहा कि Dhan प्लेटफ़ॉर्म IPO आवेदन विवरण देने में मदद करता है। नीचे इसका उपयोग कैसे करें, वह बताया गया है:
1. Dhan ऐप या वेबसाइट खोलें।
2. IPO सेक्शन (IPO / Upcoming IPOs) पर जाएँ।
3. “Tata Capital IPO” खोजें।
4. IPO पेज पर आपको ये जानकारी मिलेगी: खुलने और बंद होने की तिथि, मूल्य सीमा, लॉट साइज, निवेश न्यूनतम राशि आदि।
5. यदि आप आवेदन करना चाहें तो “Apply Now” या “Bid” बटन पर क्लिक कर सकते हैं।
6. आवेदन के समय UPI मैनडेट, बैंक विवरण, डिमैट विवरण आदि ज़रूर तैयार रखें।
7. आवेदन के बंद होने के बाद, अलॉटमेंट की स्थिति और शेयर क्रेडिट की सूचना Dhan या रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
Dhan पर IPO पेज पर कुछ और विवरण जैसे “Issue Size”, “Allotment Date” आदि पहले से ही दिखाए गए हैं।
क्या आपको इस IPO में निवेश करना चाहिए?
यह पूरी तरह से आपकी जोखिम सहनशीलता (risk tolerance), निवेश अवधि (investment horizon), और अन्य विकल्पों पर निर्भर है। लेकिन कुछ सुझाव:
यदि आप मध्यम से लम्बे समय तक निवेश करना चाहते हैं, और Tata समूह की विश्वसनीयता पर भरोसा है, तो यह एक अवसर हो सकता है।
लेकिन चूंकि मूल्य काफी छूट पर है और अनलिस्टेड मूल्य बहुत ऊपर था, यह देखना ज़रूरी है कि IPO के बाद शेयर की मांग कैसी रहती है।
यदि आप “safe play” करना चाहते हैं, तो पहले कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट, ऋण स्तर, पिछले नफ़े-नुकसान आदि पढ़ लें।
केवल उन धनराशियों को निवेश करें, जो आप खोने का जोखिम उठा सकते हों।


Nice information
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