दही वड़ा
Soft and Easy Dahiwada Recipe | Dahi Bhalla with Yogurt and Chutneys
एक बहुत ही स्वादिष्ट और लोकप्रिय भारतीय स्नैक है
खासकर त्योहारों पर इसे खूब पसंद किया जाता है। इसे बनाना आसान है, बस थोड़ी तैयारी की ज़रूरत होती है।
Learn to make soft and tasty Dahiwada with yogurt, chutneys, and spices. Easy Indian festive snack recipe at home.
दही वड़ा बनाने की सामग्री
वड़े के लिए:
उड़द दाल (धुली हुई): 1 कप (लगभग 200 ग्राम)
अदरक: 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ या बारीक कटा हुआ)
हरी मिर्च: 1-2 (बारीक कटी हुई, स्वादानुसार)
हींग: ¼ छोटा चम्मच
नमक: स्वादानुसार
पानी: दाल पीसने और बैटर बनाने के लिए
तेल: तलने के लिए
गरम पानी (वड़े भिगोने के लिए): 4-5 कप
नमक (गरम पानी के लिए): 1 छोटा चम्मच
दही और ऊपर से डालने के लिए:
दही: 3-4 कप (ताज़ा और गाढ़ा, खट्टा न हो)
चीनी पाउडर: 2-3 बड़े चम्मच (स्वादानुसार, दही को मीठा करने के लिए)
काला नमक: ½ छोटा चम्मच (दही में डालने के लिए)
भुना जीरा पाउडर: 1 छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर: ½ छोटा चम्मच
चाट मसाला: 1 छोटा चम्मच
इमली की खट्टी-मीठी चटनी: आवश्यकतानुसार
हरी चटनी (धनिये-पुदीने की): आवश्यकतानुसार
हरा धनिया: थोड़ा सा (बारीक कटा हुआ, सजावट के लिए)
दही वड़ा बनाने की विधि
1. दाल भिगोना और पीसना
दाल भिगोएं: सबसे पहले उड़द दाल को अच्छी तरह धोकर साफ पानी में 4-5 घंटे के लिए या रात भर भिगो दें।
दाल पीसें: दाल से अतिरिक्त पानी निकाल दें। अब इसे मिक्सर ग्राइंडर में डालें। अदरक और हरी मिर्च भी डाल दें। बहुत कम पानी का इस्तेमाल करते हुए दाल को दरदरा पीस लें। दाल का बैटर ऐसा होना चाहिए कि वड़े आसानी से बन सकें, ज़्यादा पतला न हो।
2. वड़े का बैटर तैयार करना
फेंटना: पीसी हुई दाल को एक बड़े कटोरे में निकाल लें। इसमें हींग और नमक डालकर अच्छी तरह से फेंटें। दाल को एक ही दिशा में लगभग 5-7 मिनट तक फेंटते रहें। इससे बैटर हल्का और हवादार हो जाएगा, जिससे वड़े फूले हुए और नरम बनेंगे। बैटर इतना हल्का होना चाहिए कि पानी में डालने पर तैरने लगे।
जांच करें: एक कटोरी पानी में थोड़ा सा बैटर डालकर देखें। यदि वह तैरता है, तो बैटर तैयार है।
3. वड़े तलना
तेल गरम करें: एक कड़ाही में वड़े तलने के लिए तेल गरम करें। तेल मध्यम गरम होना चाहिए।
वड़े बनाएं: अपने हाथों को हल्का गीला कर लें। बैटर का थोड़ा सा हिस्सा लें और उसे गोल या चपटा वड़े का आकार दें। आप चाहें तो बीच में छेद भी बना सकते हैं (जैसे डोनट में होता है), इससे वड़े अंदर से भी अच्छे से पकते हैं।
वड़े तलें: सावधानी से वड़ों को गरम तेल में डालें। मध्यम आंच पर वड़ों को सुनहरा और क्रिस्पी होने तक तल लें। एक बार में ज़्यादा वड़े न डालें।
निकालें: तले हुए वड़ों को तेल से निकालकर एक किचन टॉवेल पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
4. वड़ों को पानी में भिगोना
गरम पानी तैयार करें: एक बड़े कटोरे में गरम पानी लें और इसमें 1 छोटा चम्मच नमक डालकर मिला लें।
वड़े भिगोएं: तले हुए वड़ों को इस नमकीन गरम पानी में 20-30 मिनट के लिए भिगो दें। इससे वड़े नरम हो जाएंगे और उनका अतिरिक्त तेल भी निकल जाएगा।
5. दही तैयार करना
दही फेंटें: एक बड़े कटोरे में दही लें। इसे चीनी पाउडर और काला नमक डालकर अच्छी तरह फेंट लें ताकि यह चिकना और मलाईदार हो जाए। दही को ज़्यादा पतला न करें।
6. परोसना
पानी निचोड़ें: जब वड़े नरम हो जाएं, तो उन्हें पानी से बाहर निकालें। हल्के हाथों से दबाकर उनका अतिरिक्त पानी निचोड़ लें। ध्यान रहे कि वड़े टूटने न पाएं।
परोसें: परोसने वाली प्लेट में 2-3 वड़े रखें। उनके ऊपर अच्छे से फेंटा हुआ दही डालें।
मसाले और चटनी: ऊपर से भुना जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और चाट मसाला छिड़कें। अब अपनी पसंद के अनुसार इमली की खट्टी-मीठी चटनी और हरी चटनी डालें।
सजावट: आखिर में थोड़े से बारीक कटे हरे धनिये से सजाकर तुरंत परोसें।
दही वड़ा को आप ठंडा करके भी खा सकते हैं, यह और भी स्वादिष्ट लगता है। आप चाहें तो वड़े बनाते समय दाल के बैटर में बारीक कटे हुए काजू या किशमिश भी डाल सकते हैं, यह स्वाद को और बढ़ा देगा।
दही वड़ा स्वादिष्ट भारतीय व्यंजन है, जिसे खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, अगर इसे सही मात्रा, सही दाल और स्वच्छता के साथ लिया जाये।
प्रोबायोटिक्स से भरपूर
दही में नेचुरल प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों की सेहत को ठीक रखते हैं, पाचन बेहतर बनाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
पाचन में सहायक
मूंग दाल या उड़द दाल के बड़े प्रोटीन और फाइबर का स्रोत हैं, जो पेट को भरा हुआ रखते हैं और खाने-पीने में नियंत्रण करने में सहयोगी हैं। मूंग दाल वड़ा हल्का और जल्दी पचने वाला होता है।
हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है
दही में कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में होते हैं, जिससे हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है।
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल
फैट फ्री दही और दाल से बने दही वड़े कोलेस्ट्रॉल कम करने और हार्ट के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
वजन कम करने में सहायक
सीमित मात्रा में खाया जाए, तो दही वड़ा देर तक पेट भरा रखता है और अतिरिक्त खाने की इच्छा को कम करता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।
ऊर्जा का अच्छा स्रोत
दही वड़ा में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन दोनों मिलते हैं, जिससे फटाफट ऊर्जा मिलती है।
त्वचा और मसल्स के लिए लाभकारी
प्रोटीन, विटामिन-B9 और फोलिक एसिड से त्वचा, बाल, नाखून और मसल्स को मजबूती मिलती है।
दही वड़ा कब और कैसे खाना चाहिए?
दही वड़ा दोपहर के भोजन में खाना बेहतर है।पेट की समस्या वालों को उड़द दाल के बजाय मूंग दाल के दही वड़े खाने चाहिए।
रात को खाने से परहेज करें, क्योंकि दही शरीर में कफ को बढ़ा सकती है।

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